गुजरात की प्राचीन राजधानी है पाटण। सिद्धराज जय सिंह जैसे प्रतापी राजाओं ने पाटण पर शासन किया। आज का पाटण गुजरात के उत्तरी हिस्से का प्रमुख ज़िला है और लोकसभा क्षेत्र भी। पाटण अपनी पटोला साड़ियों के लिए भी मशहूर है और रानी की बाव नामक ऐतिहासिक तालाब के लिए भी।
पाटण लोकसभा सीट पर फ़िलहाल कांग्रेस का क़ब्ज़ा है, लेकिन इसके मौजूदा सांसद जगदीश ठाकोर चुनाव नहीं लड़ रहे हैं। कांग्रेस ने इस दफ़ा पाटण से भावसिंह राठौड़ को अपना उम्मीदवार बनाया है़़, जो २००९ के लोकसभा चुनावों में बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर जगदीश ठाकोर के सामने चुनाव लड़े थे। इस बार बीजेपी ने पाटण सीट से लीलाधर वाघेला को मैदान में उतारा है, जो डीसा से विधायक भी हैं।
एक समय पाटण बीजेपी की मज़बूत सीट रही है। बीजेपी नेता महेश कनौडिया ने १९९१, १९९६, १९९८ और २००४ में ये सीट जीती। इस बीच १९९९ में ये सीट कांग्रेस के लिए प्रवीण राष्ट्रपाल ने जीती।
आम आदमी पार्टी ने यहाँ से अतुल पटेल को अपना उम्मीदवार बनाया था, लेकिन स्क्रुटिनी के दौरान उनका पर्चा ख़ारिज हो गया।
पाटण लोकसभा सीट के अंदर विधानसभा की सात सीटें हैं - वडगाम, कांकरेज, राधनपुर, चणासमा, पाटण, सिद्धपुर, खेरालु। २०१२ के विधानसभा चुनावों में बीजेपी ने जहाँ चार सीटों पर क़ब्ज़ा किया वही कांग्रेस के खाते में तीन सीटें- वडगाम, कांकरेज और सिद्धपुर आईं।
नुक्कड़ बहस लोकेशन- गांधी बाग़, पाटण
बहस में शामिल नेताओं के नाम
१. भरतभाई राजगोर, पाटण लोकसभा सीट प्रभारी, बीजेपी
२. केसी पटेल, बीजेपी नेता व निदेशक, जीएसआरटीसी
३. कांति पटेल, पूर्व कांग्रेस विधायक, पाटण
४. बाबूभाई देसाई, पाटण ज़िला कांग्रेस अध्यक्ष
५. महेंद्र पटेल, पाटण ज़िला कांग्रेस प्रवक्ता
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