राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्मस्थली के तौर पर पूरी दुनिया में मशहूर है पोरबंदर। अरब सागर के किनारे बसा पोरबंदर शहर न सिर्फ इसी नाम वाले जिले का मुख्यालय है, बल्कि एक समय की बड़ी रियासत भी रहा है। पोरबंदर में भगवान कृष्ण के बाल सखा सुदामा का मंदिर भी है। यहां पर बापू की जन्मस्थली, जहां कीर्ति मंदिर नाम से स्मारक बना हुआ है, दुनिया भर के सैलानी आते हैं।
पोरबंदर लोकसभा सीट के अंदर गुजरात विधानसभा की सात सीटें हैं – गोंडल, जेतपुर, धोराजी, पोरबंदर, कुतियाणा, माणावदर और केशोद। इनमें से गोंडल, जेतपुर और धोराजी सीटें जहां राजकोट जिले का हिस्सा हैं, वही पोरबंदर और कुतियाणा पोरबंदर जिले के अंदर आती हैं, जबकि माणावदर और केशोद नामक विधानसभा सीटें जूनागढ़ जिले का हिस्सा हैं। इस तरह तीन जिलों की कुछ-कुछ विधानसभा सीटों को मिलाकर बनी पोरबंदर लोकसभा सीट पर फिलहाल बीजेपी का कब्जा है। यहां से विठ्ठल राधड़िया सांसद हैं और 2014 लोकसभा चुनावों के लिए बीजेपी के उम्मीदवार भी। हालांकि मजेदार बात ये है कि जब 2009 में लोकसभा चुनाव हुए थे, तो इन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर जीत हासिल की थी। 2012 में राधड़िया ने धोराजी विधानसभा सीट से जीत हासिल कर संसद की अपनी सदस्यता से तीन जनवरी 2013 को त्याग पत्र दे दिया। इसके एक महीने बाद ही राधड़िया ने 25 फरवरी 2013 को विधानसभा से भी इस्तीफा दे दिया और बीजेपी ज्वाइन कर ली। ऐसे में 2 जून 2013 को पोरबंदर लोकसभा सीट के लिए हुए उपचुनाव में बतौर बीजेपी प्रत्याशी राधड़िया ने कांग्रेस उम्मीदवार वीनूभाई अमपरा को हराकर ये सीट फिर से जीती।
कांग्रेस ने इस दफा पोरबंदर सीट पर अपना प्रत्याशी तो नहीं खड़ा किया है, लेकिन वो एनसीपी के उम्मीदवार कांधल जाडेजा को समर्थन दे रही है, जो पोरबंदर जिले की कुतियाणा सीट से एनसीपी विधायक भी है। कांधल जाडेजा की आपराधिक पृष्ठभूमि रही है और ये एक समय गॉडमदर के नाम से चर्चित रही महिला डॉन संतोकबेन जाडेजा का बड़ा बेटा है। खुद संतोकबेन ने भी कुतियाणा से विधानसभा का चुनाव जीता था। बीजेपी उम्मीदवार राधड़िया भी दबंग हैं और 2012 में ये तब सुर्खियों मे आए थे, जब एक टोलबूथ पर इन्होंने पथकर मांगे जाने पर बंदूक निकाल ली थी।
पोरबंदर लोकसभा क्षेत्र के अंदर आने वाली सात विधानसभा सीटों पर जब 2012 में चुनाव हुए थे, तो गोंडल, पोरबंदर और केशोद सीट पर जहां बीजेपी ने जीत हासिल की थी, वही जेतपुर, धोराजी और माणावदर की सीट पर कांग्रेस ने। लेकिन धोराजी सीट से विधायक रहे विठ्ठल राधड़िया और जेतपुर सीट से विधायक रहे उनके बेटे जयेश राधड़िया ने जब कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन कर ली, तो इन दो सीटों पर हुए उपचुनाव में जहां बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर जेतपुर से जयेश ने जीत हासिल की, तो धोराजी सीट से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर प्रवीण माकड़िया ने। जयेश फिलहाल मोदी सरकार में राज्य मंत्री हैं।
लोकेशन – चौपाटी, पोरबंदर
नुक्कड़ बहस में शामिल नेताओं के नाम
परेश देवाणी, पूर्व बीजेपी जिलाध्यक्ष, पोरबंदर
हितेश ठकरार, शहर बीजेपी प्रमुख, पोरबंदर
विजय वडूकर, जिला बीजेपी प्रवक्ता, पोरबंदर
सामथभाई ओडेदरा, कांग्रेस नेता, पोरबंदर
जीतूभाई आगठ, महामंत्री, जिला कांग्रेस, पोरबंदर
मनसुख धोकाई, आम आदमी पार्टी नेता, पोरबंदर
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